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लोगों और धरती की परवाह करना

लोगों और धरती की परवाह करना

100 साल पहले जब कंपनी की स्थापना हुई थी, तब से हम दुनिया भर में अपने ग्राहकों को उनके टॉयलेट और बाथरूम साफ करने में मदद कर रहे हैं।

मुस्कुराते हुए भारतीय बच्चों का समूह

100 वर्षों से कुछ वर्ष पहले, प्रथम विश्व युद्ध के मलबे से हार्पिक का जन्म हुआ था, जब ब्रिटेन के युवा सेनेटरी और हीटिंग इंजीनियर, हैरी पिकअप ने पता लगाया था कि लंदन के युद्ध-सामग्री कारखानों से निकले एक अपशिष्ट उत्पाद, नाइट्रे केक को पानी के साथ मिलाकर बेहद प्रभावी टॉयलेट क्लीनर बनाया जा सकता है। यह लाइमस्केल को भी हटा सकता है जो कि उस समय तक असाधारण और असंभव बात थी। स्वच्छता के लिए आग्रही तथा साफ टॉयलेट को लेकर जुनूनी, हैरी ने अपने इनोवेशन पर लगातार काम किया, और जल्द ही हार्पिक - जो कि हैरी पिकअप के पहले नाम और उपनाम के पहले दो सिलेबलों को जोड़कर रखा गया नाम है - पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया।

वर्तमान समय में हम अभी भी उसी लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं जिसने हैरी को प्रेरित किया था। हार्पिक में, हमारा मानना है कि सुरक्षित, साफ सैनिटेशन तक पहुंच हर व्यक्ति का एक मौलिक मानवाधिकार है। इसलिए, हम दुनिया भर में टॉयलेट और बाथरूम की स्वच्छता को उच्चतम संभव मानकों तक ले जाने के मिशन पर काम कर रहे हैं।

इसका अर्थ है कि हर तरह से यथास्थिति को चुनौती देना, जिसमें ऐसे इनोवेशन शामिल हैं जो लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने, समाज में बदलाव लाने तथा उन मुद्दों से निपटने के लिए सशक्त बनाते हैं, जिनसे पूरी दुनिया जूझ रही है।

सस्टेनेबिलिटी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता हमारे प्रमुख उद्देश्यों में से एक है, और यह उन कई कारणों में से एक है जो इस फर्क को दर्शाता है कि साफ-सफाई के क्षेत्र में हार्पिक कैसी और किस हद तक भूमिका निभाता है।

हम आपकी कैसे मदद कर सकते हैं?

टॉयलेट और बाथरूम से संबंधित आपके सभी सवालों या समस्याओं के समाधान तलाशने में हार्पिक आपकी मदद कर सकता है...